
इस तस्वीर को जरा गौर से देखिए। आपको ऐसा लगेगा कि कोई मौलाना पानी में बैठ कर कुरान की तिलावत कर रहा है, लेकिन जब आप फोटो को जूम करके देखते हैं तो आपको पता चलता है कि यहाँ कोई व्यक्ति नहीं है, कोई किताब नहीं है और कोई पढ़ाई नहीं है, सब कुछ एक भ्रम है।
सच में यह जीवन भी बिल्कुल इसी तरह है, ऐसा लगता है कि यह है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यह सब प्रकृति की रचना मात्र है।